तेरी दर्द को अगर मै महसूस कर सकता हूं ,
तो तेरी बेवफ़ाई पर भी जश्न मना सकता हूं .............
जिद थी तुम्हे पाने की वरना जिन्दगी में-
और भी रंग है जश्न मानाने को...
अब रहने दे मुझे मेरे हाल पे तू छेड़ ना मेरे
दिले-जायज़ को,फिर दर्द हीं होगा फिर तुझे नुख्स हीं मिलेगा ...
No comments:
Post a Comment